किसी धर्मग्रंथ का संपूर्ण पाठ करना 'बुद्धाल' कहलाता है। तिरुक्कुरल में अराथुप्पल, समधुपाल और कामथुप्पल में सभी 1330 कुरतबों का पूरा पाठ तिरुक्कुरल फोर्टोडल कहा जाता है। तिरुक्कुरल सभी साहित्यों में सबसे अच्छा और महानतम तथा मानव जाति का सर्वोत्तम साहित्य है। यदि भावी छात्र कम उम्र में थिरुकुरट्टस के गुणों को आत्मसात करते हैं, जिसमें वे गुण भी शामिल हैं जिन्हें ऐसे विशेष सार्वजनिक रहस्य के रूप में संजोया जाता है, तो वे उनके दिल में बस जाएंगे और उनके जीवन का मार्गदर्शन करेंगे। यह सुविधा उन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है जो तिरुक्कुरल का पाठ करने का प्रयास कर रहे हैं।
पिछली बार अपडेट होने की तारीख
8 जुल॰ 2025