Usoole Khitabat वा Nizamat:
१.जेरे नाजिर किताब (उसूल खिताब वा निजामत) जिस्को जानब मोलाना मुहम्मद तालहा कासमी (स्लाह) ने तारतिब दिया है
२.इस्मेन तकरेर वा बयाने के कुछ उसूल वा ज़वाबिट ताहिर की हो,
Sh. शरु किताब किताब खिताबट कि त्रीफ ईस्का मकसाब और खिताबात कि क़िसमेन नीज तकरेर की तैयारी के माराहिल और खतीब के लाइ जिन हेजोन का लिहाज़ न गुजायर होता है अन सब को बयान क्या है।
Bad. खराब खिताब के खुब्यान के जिन्से तकरेर मससर बान जाती हो उर खिताबात के खमियान के जिनसे तकरेर असार हो जाती है, जयसे उमूर को किताब मे दर्ज कि गया है।
अल्ला ताला किताब है कुबुल आम फरमा- (अमीन)
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२०२५ जुलाई १०