पुस्तक में लेखक की व्याख्या एक व्यक्ति के अनुभव पर आधारित है, जिसमें वो समाज में जो देखता है, प्रबुद्धजनों और माताओं-बहनों, युवाओं, बच्चों से जो सुनता है, उस पर लेखक ने गहराई से चिंतन कर अपने शब्दों में व्याख्या करने का एक छोटा सा प्रयास किया है। पुस्तक में मनुष्य के सामाजिक-पारिवारिक जीवन से जुड़े हुए विषयों के संग्रह के साथ एक जीवन शैली के संघर्ष की सत्य कथा की प्रस्तुति का भी प्रयास किया गया है जो समाज को एक सकारात्मक संदेश देती है। इस पुस्तक को एक बार सभी को पढ़ना चाहिए।