
RUBY KAMTI
- Flag inappropriate
- Show review history
फिरंगी लोग अपने आपको जानवर की तरह मानते है । अगर मौसम ठीक रहे तो वे नग्न भी घूम सकते है सार्वजनिक स्थलों पर सेक्स कर सकते है ।ये फिरंगी लोग मानसिक रोग से पीड़ित होते है इसलिए खुद को जानवर मकई तरह मानते है । उनके लिये व्यभिचार , तलाक ,सार्वजनिक स्थानों पर सेक्स ,समलैंगिकता पोर्न देखना ,रिस्तो की कदर न करना आम बात है । लगता है। हमारे न्यायालय के न्यायधीश भी फिरंगियों के समान मानसिक रूप से पीड़ित है शायद इसी कारण उन्होंने भी समान लिंग वाले से संबंध बनाया हो । तथा पाप से बचने के लिए समलैंगिकता को ही वैध कर दिया । ये फैसला सुनाने वाले जज सिर्फ शरीरिक रूप से भारत का है पर उसका मन फिरंगियों का है । फिरंगी चले गए अपनी नाजायज औलाद छोड़ गए भारत को संस्कृति था सामाजिक रूप से खत्म करने के लिए । शायद जज भी फिरंगियों की नाजायज औलाद ही है । ईश्वर ऐसे लोगो तथा इनकी गंदी सोच से दूर रखना । जय माँ भारत वन्दे मातरम जय हिंद
2 people found this review helpful