अपने खर्चीले स्वभाव के कारण उसने जल्द ही अपनी सारी संपत्ति गँवा दी तो उसके सभी दोस्तों ने भी उसे छोड़ दिया।
हालाँकि उनमें से एक, जो कि उसका भला चाहनेवाला था, ने यह संदेश डालकर उसके पास एक पुराना बक्सा भेजा कि ‘सामान बाँध लो।’ इस पर उसने चिढ़ते हुए कहा, ‘‘हाँ, अब सामान बाँधने का समय आ गया है।’’ क्योंकि उसके पास बाँधने के लिए कुछ भी नहीं बचा था, इसलिए वह खुद ही बक्से में बैठ गया, ढक्कन को बंद कर ताला लगा दिया।” —पुस्तक से