जिसके लिए मैं गुरु घासीदास बाबा तथा महामानव बाबा साहेब को नमन करते हुए अपनी माताजी- शशि खुंटे पिताजी- हरनारायण खुंटे जी के चरणों में यह काव्य संग्रह सादर समर्पित करता हूँ तथा मेरे सभी गुरुजन, इस काव्य संग्रह की भूमिका लिखने वाले बड़े भैया आदरणीय राकेश बंजारे जीसूचित सायटोन्डे (संपादक विवेक एक्सप्रेस), डॉ.ओंकार साहू " मृदुल", शशिभूषण "स्नेही", अशोक पटेल "आशु", मेरे कविताओं के समीक्षक रहे बड़े भैया डिकेश दिवाकर जी,मुझे हमेशा प्रोत्साहित करने वाले बड़े भैया चंद्रहास खुंटे,अमित बघेल जी,मेरे परम मित्र गुरुदेव डहरिया,विक्की बघेल तथा उन सभी पाठक,साहित्य संगठनों व पत्र-पत्रिकाओं का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने मेरे कविता को प्रमुखता से स्थान देकर मेरा हौसला अफजाई किया है।
सादर आभार! धन्यवाद!
नाम- चन्द्रकांत खुंटे 'क्रांति‘
पिता- श्री हरनारायण खुंटे
माता- श्रीमती शशि खुंटे
जन्मतिथि- 12/10/1987
कार्तिक कृष्णा पंचमी,जन्म सोम शुभ याम।
उन्नीस सप्तशीति सन,भोर प्रहर निज धाम।।
शिक्षा- एम.ए.(हिंदी,संस्कृत,समाजशास्त्
पता- मु.पो.लोहर्सी,
व्हाया-खरौद, तहसील-पामगढ़, जिला- जांजगीर-चाम्पा (छत्तीसगढ़पिन-495556
रचनाएँ- देश-प्रदेश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनेक हिंदी व छत्तीसगढ़ी कविताएँ प्रकाशित।
जिसमें प्राकृतिक,प्रगतिवादी,प्रेम पूर्ण काव्य तथा मानव समाज में फैले दोष,भेदभाव,आडम्बर,शोषित वर्ग की दीन-हीन दशा, गरीबी,अशिक्षा आदि समस्याओं को प्रमुख रूप से उजागर किया गया हैं।
मो.- 7771871576
ईमेल- khuntechandrakant268@gmail.