राजस्थान के जयपुर शहर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मीं दीपिका जैन, यूँ तो इन्होंने शिक्षा कॉमर्स विषय में प्राप्त की थी, लेकिन हिन्दी भाषा में कहानियाँ व कविताएँ लिखना इन्हें बचपन से ही बेहद प्रिय है, 'काव्या', 'कुछ लम्हे ज़िंदगी के' एवं 'कैसा है ये प्यार' जैसी किताबें आप तक पहुँचाने वाली दीपिका साल 2014 से ब्लॉगिंग भी कर रही हैं, इनका एक ब्लॉग हिन्दी कविताओं का एवं दूसरा हिन्दी कहानियों का है, एवं ये उन्हें पिछले आठ सालों से सफलतापूर्वक चला रही हैं। आप उनके कार्य को फॉलो करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जा सकते हैं।