मैं दिलेराज अम्बेडकर समदा पुरवा व सराय जगना फखरपुर बहराइच का रहने वाला हूं। पिता श्री मेवालाल एवं माता श्री मती जानकी देवी जी की पाँचवी संतान हूँ। और पिता जी हमारे एक मजदूर हैं और सत्य के पुजारी भी। पिता जी के जीवन में बहुत कठिनाईयां आईं पर उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने हर मुश्किलों का सामना डट कर किया। और गरीबी की दलदल में रहते हुए भी हमको पढ़ाया लिखाया। हमको इस काबिल बनाया और कहा कि शिक्षा से हर मुश्किलों का सामना करना आसान हो जाता है। और दूसरों तक ज्ञान पहुँचाओ इसलिए मैं अपने माता एवं पिता जी के चरणों में बारम्बार प्रणाम करता हूँ।