Bharat Mein Prathmik Shiksha: Bestseller Book by J.C.Agrawal: Bharat Mein Prathmik Shiksha

· Prabhat Prakashan
3.0
1 review
Ebook
146
Pages
Ratings and reviews aren’t verified  Learn More

About this ebook

संभवत: प्राथमिक शिक्षा पर यह पहली पुस्तक है, जिसमें इसके विविध पक्षों पर ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में तथा शैक्षिक समितियों और आयोगों की संस्तुतियों के संदर्भ में प्रकाश डाला गया है ।

स्वतंत्रता के पश्चात् प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में विकास की गति अधिक तीव्र रही है और उसमें कुछ मूलभूत परिवर्तन किए गए हैं । इन सबका समावेश इस पुस्तक में है ।

' सभी के लिए प्राथमिक शिक्षा ' के लक्ष्य की प्राप्ति में जो-जो कठिनाइयाँ आ रही हैं, उनका सविस्तार विवेचन करके उनको दूर करने के लिए ठोस सुझाव भी प्रस्तुत हैं ।

देश-विदेश में सूचना तथा तकनीकी में जो ' विस्फोट ' हुआ है, उसके परिणामस्वरूप कई प्रकार के जो नए प्रयास प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे हैं, उनका संक्षिप्त विवरण यहाँ दिया गया है ।

इस बात का भरसक प्रयत्न किया गया है कि पुस्तक में नवीनतम शैक्षिक आँकड़े तथा तथ्य दिए जाएँ । आकड़ों का मुख्य स्रोत मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार की वार्षिक रिपोर्टें हैं ।

यूनिसेफ द्वारा प्रकाशित ' भारतीय राज्यों की प्रगति- 1995 ', ' राष्ट्रों की प्रगति- 1994, 1995, 1996, 1997 ' तथा ' दुनिया के बच्चों की स्थिति- 1996, 1997, 1998 ' में दिए गए तथ्यों एवं ओंकड़ों का प्रयोग इस पुस्तक में किया गया है ।

आशा है कि यह पुस्तक प्राथमिक शिक्षा में रुचि रखनेवाले विभिन्न वर्गों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी ।

Ratings and reviews

3.0
1 review
Sunil Singh
January 22, 2018
Good effort
1 person found this review helpful
Did you find this helpful?

About the author

शैक्षणिक विषयों पर सशक्‍त -प्रबुद्ध लेखन के लिए श्री जगदीश चंद्र अग्रवाल एक सुपरिचित नाम है । उन्होंने बी. ए. ( ऑनर्स), एम.ए. ( इतिहास, अर्थशास्त्र) तथा बी.टी. करने के बाद दिल्ली विश्‍वविद्यालय से एम. एड. किया और केंद्रीय शिक्षा संस्थान, दिल्ली से ' एज्यूकेशनल एंड वोकेशनल गाइडेंस डिप्लोमा ' किया । शौक्ष‌िक, प्रशासन तथा निरीक्षण के विस्तृत एवं गहन अध्ययन के लिए विशेष छात्रवृत्ति पर बर्मिंघम विश्‍वविद्यालय गए । वहाँ यू. के. की स्कूल स्तर की प्रमुख शिक्षा संस्थाओं की कार्य - प्रणाली का बारीकी से अध्ययन किया । बाद में कुछ समय स्नातकोत्तर शिक्षण - प्रशिक्षण में भी बिताया । शिक्षा निदेशालय, दिल्ली में शिक्षा आध‌िकारी, सहायक शिक्षा निदेशक, शिक्षा सलाहकार, दिल्ली पुलिस, उप-शिक्षा निदेशक आदि पदों पर लगभग तीस वर्षों तक कार्य किया । अग्रवालजी ने अनेक शौ‌क्ष‌िक गोष्‍ठ‌ियों का आयोजन किया है और शिक्षा के विभिन्न पक्षों पर लगभग सौ पुस्तकें लिखी हैं ।

Rate this ebook

Tell us what you think.

Reading information

Smartphones and tablets
Install the Google Play Books app for Android and iPad/iPhone. It syncs automatically with your account and allows you to read online or offline wherever you are.
Laptops and computers
You can listen to audiobooks purchased on Google Play using your computer's web browser.
eReaders and other devices
To read on e-ink devices like Kobo eReaders, you'll need to download a file and transfer it to your device. Follow the detailed Help Center instructions to transfer the files to supported eReaders.