जिले का माहौल बहुत ज्यादा तनाव पूर्ण हो गया था. पंजाब से आये एक व्यापारी की अत्यंत निर्दयता से हत्या करके अपराधियों ने बस अड्डे के पास फेक दिया था | उसके साथ वाले दो आदमियों को भी गोली मारी गयी थी | जिनमें से एक ने घटनास्थल पर दम तोड़ दिया था जबकि दूसरा गंभीर रुप से घायल होकर असपताल मे जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहा था | लोगों में भयानक खौफ व्याप्त था क्योंकि इस वारदात को रात के अंधेरे में छुपाकर नही बल्कि दिन दहाडे अन्जाम दिया गया था | पटना से छपरा जा रही बस को बीच रास्ते वैशाली में रोककर तीन लोगो को नीचे उतारा गया और सामान छीन लिया गया जिसमें २० लाख रुपये भी थे फिर इसके बाद उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया गया | जाने से पह्ले अपराधियों ने खुली चेतावनी दी थी कि अगर किसी ने मुँह खोला तो उसका भी यही हाल कर दिया जायेगा | यही कारण था कि दिन के उजाले में बस अड्डे के पास सैकड़ों लोगों के सामने हुए इस जघन्य हत्याकांड का कोई चश्मदीद गवाह नही था | रणवीर अपने कार्यालय में उदास बैठे थे | उन्होंने प्राथमिक जाँच की थी जिसमें पता चला था कि हत्या स्थानीय बाहुबली विधायक दिनकर राय के आदमियों ने की थी लेकिन इस बात का कोई सबूत नही था न ही कोई गवाही देने को तैयार था |
साधना पेशे से वकील हैं और बाम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं | इनका जन्म बिहार के हाजीपुर में हुआ और स्नातक तक की शिक्षा भी वही हुई | इसके बाद इन्होंने मुम्बई विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की इन्होंने पत्रकारिता और आपरधिक न्याय व्यवस्था की भी शिक्षा ली है | यह समाजिक कार्यों से भी जुड़ी है और आर्थिक रुप से कमजोर लोगो को मुफ्त कानूनी सलाह और सहायता देती हैं | पढ़ने - लिखने में इनकी रुचि बचपन से ही रही है | इनकी लिखी कहानिया कई पत्रिकाओं मे भी छ्प चुकी है | यह इनके द्वारा लिखी दूसरी पुस्तक है | इनकी पहली पुस्तक ‘आजाद भारत के गुलाम’ को पाठकों का भरपूर प्यार मिला |