Drishtikon: Drishtikon: Views on India's Political Landscape”

· Prabhat Prakashan
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‘मेरा देश मेरा जीवन’ अहर्निश राष्ट्र-सेवा को समर्पित शिखर पुरुष लालकृष्ण आडवाणी की आत्मकथा है। वर्तमान भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में आडवाणी अपनी प्रतिबद्धता, प्रखर चिंतन, स्पष्ट विचार और दूरगामी सोच के लिए जाने जाते हैं। वे ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ को जीवन का मूलमंत्र मानकर पिछले छह दशकों से राजनीति में सक्रिय हैं।

प्रस्तुत पुस्तक आडवाणी द्वारा बड़े ही सशक्त व भावपूर्ण शब्दों में आपातकाल के समय लोकतंत्र के लिए किए गए उनके संघर्ष और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हेतु की गई ‘राम रथयात्रा’—जो स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा जन-आंदोलन थी और जिसने पंथनिरपेक्षता के सही अर्थ और मायनों को लेकर एक राष्ट्रव्यापी बहस छेड़ी—का भी बड़ा ही सटीक विवेचन करती है। साथ ही वर्ष 1998 से 2004 तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार में गृहमंत्री, फिर उपप्रधानमंत्री पद पर आडवाणी द्वारा अपने दायित्व के सफल निर्वहन पर भी प्रकाश डालती है।

इस पुस्तक ने आडवाणी की राजनीतिक सूझ-बूझ, विचारों की स्पष्टता और अद्भुत जिजीविषा को और संपुष्ट कर दिया है, जिसे उनके प्रशंसक एवं आलोचक—सभी मानते हैं।

Ratings and reviews

4.3
6 reviews
Manoj Prasad
September 17, 2017
Very bad, birth of hatred started from Advani era, this gentleman stopped the speed of groth in 1990 by bringing mandir into politics, people and govt in 1990s diverted to mandir masjid from groth. He is getting punishment of what he planted
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About the author

‘नज़रबंद लोकतंत्र’ आपातकाल (सन् 1975-77) की घटनाओं का रोमांचक विवरण है। सरल-सीधी लोकप्रिय भाषा में लिखी गई और रोचक घटनाओं से भरपूर यह केवल एक जेल डायरी नहीं है, न ही यह सिद्धांतों का प्रतिपादन करती है बल्कि ये उस लेखक के अंतस से निकले हुए शब्द हैं, जो उस समय एक बड़ी राजनीतिक पार्टी का अध्यक्ष था और अब देश का गृहमंत्री है। लेखक ने उन्नीस माह तक देश की विभिन्न जेलों में बिताई अवधि के दौरान घटित घटनाओं और अपने विचारों को लिपिबद्ध किया है। इस पुस्तक में लोकतंत्र समर्थक वे लेख भी शामिल हैं, जो लेखक ने छद‍्म नाम से लिखे और गुप्‍त रूप से वितरित किए। लोकतांत्रिक सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति लेखक की प्रतिबद्धता, साथ ही एक पारदर्शी समाज और अपने आदर्शों पर चलने के जन-अधिकार में दृढ़ विश्‍वास इस पुस्तक में उभरकर सामने आते हैं। जीवन-मूल्यों और आदर्शों के प्रति गहन आस्था रखनेवाले हर भारतीय के लिए पठनीय और संग्रहणीय पुस्तक।

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