29 वर्ष से अधिक समय तक वैज्ञानिक की हैसियत से काम। 20 साल CSIR- NISCAIR के प्रकाशन "Indian Science Abstracts" Associate Editor और लगभग दस साल "साइंस की दुनिया" उर्दू में संपादक की हैसियत से काम। अभी भी कंसल्टेंट की हैसियत से साइंस की दुनिया से संबंध |
पर्यावरण प्रदूषण पर उर्दू में दो किताबें लिख चुके हैं जो महौलियती आलोदगी पार्ट 1 और 2 नाम से प्रकाशित हो चुकी है। कंप्यूटर की 7 बुक्स का उर्दू में संपादन भी किया। विज्ञान विषयों पर दुनिया भर के जर्नल, पत्र पत्रिकाओं में आपके आलेख प्रकाशित हो चुके है। मेमन मर्चेंट्स एसोसिएशन, परभणी, महाराष्ट्र द्वारा साल 2013 में वैज्ञानिक ज्ञान को जन मानस में प्रचारित प्रसारित करने के लिया सम्मान। आपकी एक किताब पर्यावरण एक अध्यन हिंदी में भी प्रकाशित हो चुकी है, जो इंडिया वाटर पोर्टल पर मौजूद है। अब ये किताब हिंदी में आपकी दूसरी किताब है। ये अभी भी भारत सरकार इन्फॉर्मेशन एंड प्रसारण से विजिटिंग एडिटर से संबंधित है।