ये सिर्फ किताबी बातें नहीं है, ये सब हमारे जीवन में भी होता है .....सारे इत्तफाक कायनात के अजूबे है .....कोई अजूबे हमारी रिश्तों की सच्चाई ढूंढ़ते है तोह कोई सच्चे रिश्ते को जोड़ते है.....
हमारे हाथ में होता बस्स रिश्तों में सच्चाई रखना ...
मैं आपको बताने जा रही हु ऐसा ही एक जूही और स्वामी का रिश्ता.....