मैं रज़िया बेगम, एक पश्तून क़बीले से ताल्लुक़ रखने वाली लड़की। हर कहानी को जैसे पेश किया जाता है, ठीक उसी तरह मेरी कहानी को भी पेश किया गया था। आज 21वीं सदी में हमारी आबादी लाखों में है, लेकिन शुरुआत? ...उस वक़्त सत्ता और लालच के भूखे लोग हर तरफ़ कत्लेआम मचा रहे थे। औरतों और बच्चों को उठा कर ले जाते थे। बस यूँ समझ लो— 'जिसकी तलवार, उसकी सल्तनत।'