हिन्दी में एम.ए श्री सूरज प्रकाश सेठी ‘अम्बर’ का जन्म 27 नवम्बर, 1945 को नौशहरा, पेशावर में एक धार्मिक और सदाचारी परिवार में हुआ। लेखक के श्रद्धेय पिताजी प्रभु भक्ति में लीन रहते हुए अपने द्वारा रचित भजनों से ही अपने आराघ्य की उपासना किया करते थे। उनका भजन संग्रह ‘अचरज भजनावली’ के नाम से प्रकाशित है। उनकी एक स्त्रोत रचना ‘अचरज का नितनेम’ भी प्रकाशित है। लेखक ने 1966 से 2005 लगभग 40 वर्ष तक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(CBSE), दिल्ली में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए शिक्षा बोर्ड की सेवा की और संयुक्त सचिव के पद से सेवा-निवृत हुए। लिखना लेखक का स्वभाव है। लेखक की पूर्व प्रकाशित रचनाएँ दो ‘हृदय वेदना’ (काव्य संग्रह) और ‘उद्गार’ (काव्य, लेख और एक छोटी कहानी का संग्रह) हैं। लेखक की एक रचना ‘भारतीय पाठशाला की संस्कारी शिक्षा’ अभी अप्रैल, 2021 में ही प्रकाशित हुई है। इनकी एक पुस्तक पंजाबी में भी मई, 2021 को प्रकाशित हुई है जिसका शीर्षक हैः ‘सिखिआ दा राह दिखाऊण वाली दो पंजाबी कहाणीयाँ’। लेखक के ‘श्रीरामचरितमानस’ से सम्बन्धित लेख समय-समय पर दैनिक समाचार-पत्र और मासिक प्रत्रिका में प्रकाशित होते रहे हैं। इन लेखों का संकलन ‘श्रीरामचरितमानस अमर महाकाव्य का अमर सन्देश’ शीर्षक से विज्ञ और आदरणीय पाठकों के समक्ष शीघ्र ही प्रस्तुत होने वाला है।