निरुपमा एक प्रेमकहानी है, जिसमें मुख्य पात्र निरुपमा एक आदर्श और साहसी महिला है, जो अपने प्रेम और जीवन के आदर्शों के लिए संघर्ष करती है। उपन्यास में निरुपमा की भावनाओं, उसके प्रेम, समाज में स्त्री की स्थिति, और उसके भीतर की आत्मनिर्भरता का गहराई से चित्रण किया गया है। निरुपमा अपने जीवन में प्रेम और आस्था के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करती है, लेकिन समाज की बेड़ियाँ उसे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित करती हैं।