है।
विक्टर ई. फ्रैंकल 1997 में अपनी मृत्यु होने तक युनिवर्सिटी ऑफ़ विएना मेडिकल स्कूल में तंत्रिका विज्ञान एवं मनोचिकित्सा के प्रोफ़ेसर रहे। उनकी 39 किताबों का 50 भाषाओं में अनुवाद हुआ है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वे तीन वर्षों तक ऑश्वित्ज़, दखाओ और अन्य यातना शिविरों में बंदी रहे।