मेरा नाम शिल्पा किरण कुमार वानखेड़े है । मैं एक विवाहित और गृहिणी हूँ।मैं हमेशा से किताब लिखना चाहती थी। लेखन में मेरी पहले से ही रूचि थी। जब में कॉलेज में थी तब मेरी लेक्चरर बिंदु भट्ट मैडम से मै प्रेरित हुई थी।उन्होने कई किताबें लिखी है। M.A ,B.ed हो जाने के तुरंत बाद शादी हो गई जिसके कारण में साहित्य लेखन में ध्यान नहीं दे पा रही थी।किन्तु अब मेने लिखना शुरू कर दिया है।अब मैं इस साहित्य क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती हूँ इसलिए यह प्रथम किताब लिख रही हूँ।