"ष्नाम : मनीष्षी बरनवाल
पिता का नाम : (स्वर्गवासी श्री) चंद्र किशोर गुप्ता
पत्राचार का पता : एम0 एस0-6, सेक्टर-डी, अलीगंज, लखनऊ-
226024
मोबाईल नंबर : 9935723341
जन्म तिथि : 17.05.1946
शिक्षा:
मास्टर्स की उपाधि भौतिक शास्त्र में लखनऊ विश्वविद्यालय से 1965 में प्राप्त की
विधि शास्त्र, फ्रेंच व जर्मन भाष्षा का अध्ययन किया
क्रिएटिव राइटिंग इन इंग्लिश में डिप्लोमा,
मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा,
ऑपरेशन्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा,
मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा
कम्प्यूटर इन ऑफिस मैनेजमेंट में डिप्लोमा
बी० ए० (फाइन आर्ट)
प्रकाशित पुस्तकें:
1ण् फ्रेगरेंस ऑफ लव (इंग्लिश)
2ण् कविता का पेड़
3ण् चित्रकला का तट कविता का मानसरोवर
4ण् कहानी कुसुमावलि
5ण् प्रेम के फूल की पंखुड़ियां
6ण् मिल्की वे ऑफ पोयम्स (इंग्लिश)
7ण् पोयम्स डीजाएर्ड बाइ हार्ट (इंग्लिश)
8ण् काव्य में जीवन के पल
9ण् सृजित कविता संग्रह
10ण् फाउंटेन ऑफ रेमिनिसेंसेस इवेंट्स एंड शार्ट स्टोरीज (इंग्लिश)
11ण् कविता का कैनवास
12ण् कविताओं का डिब्बा
13ण् एम्बी एंड फोर्टी थॉट स्टीलिंग पोयम्स (इंग्लिश)
14ण् मुक्त छंद पुष्पमाला
संयुक्त लेखन की पुस्तक:
कविताओं का पुलिंदा
संकलित पुस्तकों में योगदान:
संकलन-1. लेखकों की कलम से
संकलन-2. कवियों का मंथन
संकलन-3. मेरी भी कविता - पार्ट-1
संकलन-4. रंगमंच साझा संकलन भाग-1
संकलन-5. मेरा भी मत
संकलन-6. द पेंनिंग थॉट्स
रोचक लेख एवं निबंध लगभग 36 कई प्रमुख पत्रिकाओं में छापे गए।
प्राप्त सम्मान:
कई सम्मान प्राप्त किये, निखिल साहित्य सम्मान एवं मत प्रेरणा सम्मान प्राप्त किया।
सम्प्रति:
उपमहानिदेशक(भू.भौतिकी) के पद से भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण से सेवा निवृत्त हुए। कई आयामों में 40 वष्र्षों का अनुभव है, इन आयामों में मार्ग दर्शक, नियोजन एवं भू भौतिकी सर्वेक्षण, उपकरणों में अनुसन्धान और विकास मुख्य है। रक्षा मंत्रालय में इंस्ट्रूमेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट स्टैब्लिशमेंट और तेल एव ंप्राकृतिक गैस कारपोरेशन में भी कार्य किया। कई वैज्ञानिक संस्थाओ एवं समिति के मेम्बर रहे। वैज्ञानिक के पेशे मे रहते हुए लगभग 60 प्रोजेक्ट रिपोर्ट एवं शोध पत्रों को संवीक्षित किया। टीम के मेंबर की तरह, लगभग 49 वैज्ञानिक प्रोजेक्ट एवं अभियानों में हिस्सा लिया। जिनमे से अधिकांश का नेतृत्व किया। लगभग 33 शोधपत्र कई परिचर्चा एवं संगोष्ष्ठी में प्रस्तुत किये एवं कुछ में अच्छी प्रस्तुति पर स्वर्ण पदक प्राप्त किये।
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