युग, समाज, राष्ट्र, समय काल की निरंतरता के साथ ही गतिमान रहते हैं । प्रति दिवस प्रातः सूर्य का उदित होना नए जीवन उत्साह कि प्रेरणा का प्रेरक एवं पराक्रम को जागृत करता पुरुषार्थ को नई परिभाषा का आवाहन करता है तो संध्या सम्पूर्ण दिवस कि उपलब्धियों, असफलताओं, हानि, लाभ, यश, अपयश की व्यख्या का संदेश संचारित करती विवेचना मूल्यांकन का उद्घोष करती है ।
निशा चाहे घनघोर अँधकार की आमवस्या हो या सुंदर चाँद की निर्मल स्वच्छ स्वच्छंद शीतल चाँदनी दोनों ही जीवन के उस सत्य का ही निरूपण करते हैं जो ब्रह्मांड का परम सत्य है निशा निद्रा की अधिष्ठात्री है एवं जीवेत जाग्रत अवस्था में चिरनिद्रा का अभ्यास है जो समस्त चर चराचर का सत्यार्थ है ।
अरमानों का आकाश एक ऐसा कहानी संग्रह है जो वास्तविकता को कल्पना शक्ति कि उड़ान में समाहित करता वर्तमान में सत्य को प्रतिबिंबित करता जीवन आचरण संस्कृति संस्कार संवेदनाओं, संबंधों, प्रेम, करुणा, घृणा, क्षमा, सेवा, कृपा, दान, पराक्रम, पुरुषार्थ आदि संवेदनाओं को परिभाषित करता है तो संगीत युद्ध योग ज्ञान आदि गुणों, कलाओं को आमंत्रित करता ‘अरमानों का आकाश’ हृदय भावों, कल्पना, परिकल्पना, यथार्थ सिंद्धान्त, चुनौती, जय पराजय का सत्यार्थ कहानी संग्रह है ।
मुझे विश्वास है अरमानों का आकाश जन-जन के मन हृदय को स्पर्श करता झकझोरता जीवन के जाग्रत बोध के कर्तव्यों दायित्वों के लिए प्रेरित करने में सफल सक्षम अवश्य होगा ।